Chhattisgarh Assembly Election 2023: सियासी समझौता! छन्नी साहू के बाद क्या बृहस्पत सिंह की कटेगी टिकिट, पढिये NPG की रिपोर्ट
छन्नी साहू को डिप्टी सीएम टीएस बाबा की समर्थक माना जाता था, लेकिन वे टिकट नहीं बचा पाए. ऐसे में बृहस्पत सिंह और चिंतामणि महाराज को लेकर संशय की स्थिति है.
Chhattisgarh Assembly Election 2023रायपुर. "आगामी चुनाव में छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से एक सीट से मेरा कोई लेना-देना नहीं है. उस एक सीट पर पार्टी की जीत या हार से कोई फर्क नहीं पड़ेगा.' छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने एक सभा में यह बयान रामानुजगंज सीट के संबंध में दिया था. यहां से कांग्रेस के बृहस्पत सिंह विधायक हैं. इस बयान की एक बार फिर चर्चा है. चर्चा इसलिए है, क्योंकि डिप्टी सीएम टीएस बाबा की समर्थक मानी जाने वाली छन्नी साहू को टिकट नहीं मिला. इसके बाद सोशल मीडिया से लेकर अलग-अलग मैसेजिंग प्लेटफार्म्स पर यह बहस छिड़ गई है कि क्या बृहस्पत सिंह को टिकट मिलेगा? तब बाबा के बयान पर बृहस्पत ने कहा था कि वे (टीएस बाबा) अकेले सब कुछ तय नहीं करेंगे, बल्कि पार्टी तय करेगी. बाबा जब सेंट्रल इलेक्शन कमेटी के मेंबर बने, तब ही इस चर्चा ने जोर पकड़ी थी. इसके बाद छन्नी के टिकट कटने को लेकर राजनीतिक विश्लेषक यह मान रहे हैं कि बृहस्पत और चिंतामणि महाराज लेकर उनका वीटो है, इसलिए उन्होंने छन्नी को लेकर कुछ भी नहीं बोला. इस संबंध में पार्टी या टीएस बाबा की ओर से कोई अधिकृत बयान नहीं है, लेकिन राजीव भवन से लेकर राजधानी और अंबिकापुर तय यह बात चर्चा में है.
चिंतामणि महाराज के खिलाफ नाराजगी
सामरी विधानसभा सीट के विधायक चिंतामणि महाराज के खिलाफ कार्यकर्ताओं में नाराजगी है. यह नाराजगी कार्यकर्ताओं ने डिप्टी सीएम बाबा के सामने दिखाई थी. इसके बाद चिंतामणि ने बाकायदा चुनौती दी थी कि उन्हें टिकट देना होगा और वे दो सौ प्रतिशत जीतेंगे. इन घटनाओं के बाद लोगों को बाबा के रुख का इंतजार है. बता दें कि 2018 में जब कांग्रेस की लहर थी, तब एकमात्र सरगुजा संभाग की सभी सीटें जीतने में कांग्रेस कामयाब रही थी. इसमें बाबा का बड़ा योगदान माना जाता है. बस्तर संभाग की एकमात्र दंतेवाड़ा सीट पर भाजपा विधायक भीमा मंडावी की जीत हुई थी.
कांग्रेस की दूसरी सूची आज-कल में
कांग्रेस की पहली सूची नवरात्रि के दिन आई थी. दूसरी सूची आज-कल में जारी होने की संभावना है. यह माना जा रहा है कि कुछ सीटों को छोड़कर कांग्रेस दूसरी सूची में अधिकांश हस्से को कवर कर लेगी. एक-दो सीटों पर जहां अभी भी काफी रस्साकशी है, वहां कुछ और देर हो सकती है.
रायपुर उत्तर-दक्षिण, तखतपुर-बेलतरा फंसी
जो चर्चाएं हैं, उसके मुताबिक रायपुर दक्षिण, रायपुर उत्तर, तखतपुर और बेलतरा जैसी सीटें फंस गई हैं. यहां चर्चाओं के मुताबिक कुछ दावेदारों ने चुनावी जनसंपर्क शुरू कर दिया है. जहां वर्तमान में विधायक हैं, वहां टिकट काटने की बात पर नेता कुछ बोलने से बच रहे हैं, लेकिन संकेत ऐसे ही हैं